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पुरोहित स्वतः आपल्या समोर आहेत.

श्री गणेश चतुर्थी पूजा

माता लक्ष्मीजी के पूजा मे लगनेवाला सामग्री.
पूरी तय्यारी करके रखें.

अपना दुकान या फिर जहां पूजा करते हॆ वहां साफसफाई और रंग, माला इत्यादी लगाकर सजावट करें।
वहीपूजन(सरस्वती पूजन)केलिये जमाखर्च लिखनेवाला notebook पर कुंकुम और हलदीसे स्वस्तिक लिखें।
स्वस्तिक के नीचे वार, तारीख आदि लिखें।
सबसे नीचे गंध कुंकुमसे "शुभमस्तु" लिखें।
pen और notebook नया होना चाहिये।

सामग्री
मातालक्ष्मीजी का फोटो या मूर्ती।
एक चोटासा थाली मे पॆसे (coins)
दिया २ (माताजी के दोनो बाजूमे लगायिये)
रंगोली (माताजी के सामने रंगोली से सजायिये)।
बडासा थाली मे फूल, दूर्वा, तुलसी, गंध, कुंकुम, हलदी, अक्षता(rice)।
जानीव २.
खण या वस्त्र( चुनरी)।
मंगलसूत्र, कंकण, आभरण।
पंचामृत ( दूध, घी, दही, मध, साखर एक लोटेमे मिलाकर रखें)।
आरती ।
आसन।
घंटा।
स्वच्छ पानी से भराहुवा दोन कलश।
आचमन पात्र( थाली, चम्मच, लोटा)।
एक ऒर थाली।
चावल एक किलो।
नारियल २ ।
पान १५ ।
सुपारी ५ ।
फल (पांच तरहका फल, जॆसे केला, संतरा, सफरचंद, चीकू)
आंबा का ताल ५ ।
अगरबत्ती, कर्पूर।
भोग चडाने के लिये मिठाई।
थोडासा पॆसे(coins)




सब तयारी होने के बाद पूजा शुरू करने के लिये ये बटन दबाईये.




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